Vertex Kalyan Sansthan

भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त

MALNUTRITION कुपोषण

Malnutrition continues to be a significant public health concern in India, affecting millions of children, women, and vulnerable populations across the country. Despite economic growth and various government initiatives, the prevalence of malnutrition remains stubbornly high. भारत में कुपोषण एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता बनी हुई है, जिससे देश भर में लाखों बच्चे, महिलाएं और कमजोर आबादी प्रभावित हो रही है। आर्थिक विकास और विभिन्न सरकारी पहलों के बावजूद, कुपोषण का प्रसार अत्यधिक बना हुआ है।

CAUSES OF MALNUTRITION कुपोषण के कारण:- It is cause be various factors including insufficient food intake, lack of access to nutritious food, poor dietary diversity, digestive disorders, and social economical factors like poverty and food insecurity. इसका कारण अपर्याप्त भोजन सेवन, पौष्टिक भोजन तक पहुंच की कमी, खराब आहार विविधता, पाचन संबंधी विकार और गरीबी और खाद्य असुरक्षा जैसे सामाजिक आर्थिक कारक शामिल हैं।

EFFECT OF MALNUTRITION (कुपोषण का प्रभाव): - Physically, it can lead to stunted growth, weakened muscles, fatigue, impaired organ function, and increased susceptibility to infections and diseases. शारीरिक रूप से, इससे विकास रुक सकता है, मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं, थकान हो सकती है, अंगों की कार्यप्रणाली ख़राब हो सकती है और संक्रमण और बीमारियों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ सकती है।

Mentally, it can also result in cognitive deficits, poor concentration, learning difficulties, depression, and anxiety. मानसिक रूप से, इसका परिणाम संज्ञानात्मक हानि, खराब एकाग्रता, सीखने में कठिनाई, अवसाद और चिंता भी हो सकता है।

CAUSES OF MALNUTRITION IN INDIA भारत में कुपोषण के कारण:-

1.POVERTY AND FOOD INSECURITY (गरीबी और खाद्य असुरक्षा): In India especially in rural areas and marginalized communities still have limited access to nutritious foods. Poverty and food insecurity perpetuate a cycle of inadequate dietary intake and poor health outcomes. भारत में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों और हाशिए पर रहने वाले समुदायों की अभी भी पौष्टिक खाद्य पदार्थों तक सीमित पहुंच है। गरीबी और खाद्य असुरक्षा अपर्याप्त आहार सेवन और खराब स्वास्थ्य परिणामों के चक्र को कायम रखती है।

2.POOR INFANT AND YOUNG CHILD FEEDING PRACTICES (गरीब शिशु और छोटे बच्चों की आहार संबंधी प्रथाएँ): Suboptimal breastfeeding practices, early introduction of complementary foods, and inadequate dietary diversity contribute to childhood malnutrition. Lack of knowledge and cultural beliefs often hinder optimal infant and young child feeding practices. अपर्याप्त स्तनपान प्रथाएं, पूरक खाद्य पदार्थों की प्रारंभिक शुरूआत और अपर्याप्त आहार विविधता बचपन में कुपोषण में योगदान करती है। ज्ञान और सांस्कृतिक मान्यताओं की कमी के कारण अक्सर शिशु और छोटे बच्चों के आहार संबंधी व्यवहार में कमी आ जाती है।

3. INADEQUATE HEALTHCARE INFRASTRUCTURE (अपर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचा): limited healthcare facilities, impedes timely diagnosis and treatment of malnutrition. सीमित स्वास्थ्य सुविधाएं, कुपोषण के समय पर निदान और उपचार में बाधा डालती हैं।

4.SANITATION AND HYGIENE (स्वच्छता): Poor sanitation and hygiene practices increase the risk of diarrheal and other infections, further exacerbating malnutrition among children and vulnerable populations.

OUR APPROCH TO RESOLVE THIS GAGANTIC ISSUE (इस विशाल मुद्दे को हल करने का हमारा दृष्टिकोण): -

1.NUTRITION EDUCATION AND AWARENESS (पोषण शिक्षा और जागरूकता): - Our NGO conduct educational campaigns and community outreach programs to raise awareness about the importance of proper nutrition, breastfeeding, maternal and child health, breastfeeding, maternal and child health, and hygienic practices. They provide information on balanced diets, food preparation, and healthy eating habits.हमारा एनजीओ उचित पोषण, स्तनपान, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, स्तनपान, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और स्वच्छ प्रथाओं के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शैक्षिक अभियान और सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करता है। वे संतुलित आहार, भोजन तैयार करने और स्वस्थ खान-पान की आदतों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।

2. CONDUCTS HEALTH CHECKUP CAMP (स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करता है): - We conduct health checkup camps to inbuilt knowledge about healthy balance diet.

3.PROMOTING BEHAVIORAL CHANGE (व्यवहारिक परिवर्तन को बढ़ावा देना): - These campaigns also help people to encourage in implement healthy lifestyle. ये अभियान लोगों को स्वस्थ जीवन शैली लागू करने के लिए प्रोत्साहित करने में भी मदद करते हैं।